ग्रीन फैयरी – चैक एब्सिन्थे
वैकल्पिक चुनावों की सम्भावनाओं के साथ एबसिन्थे की प्राग्वे में वापसी है। यह इसके सामान्य हरे रंग की वजह से ग्रीन फैयरी लिकर के नाम से प्रसिद्व है। एबसिन्थे नागदौन के स्वाद के साथ 70ः अल्काॅहल युक्त एक शक्तिषाली मिश्रण है जिसका प्रयोग 19वीं व 20वीं सदी के समय जीएसयूरोप में बहुत अधिक मात्रा में किया जाता था। एबसिन्थे में नागदौन व जडीबूटिंयो के साथ ही इसमें साइकोएक्टिंव न्यूरोटोक्सिन भी मिला होता है जिसको थूजोन कहा जाता है। माने हुये कलाकार, लेखको व तत्कालीन हस्थियों का आकर्षण इस ओर इसकी प्रबलता, उत्तेजक हरे रंग एवं इसकी शानदार तैयारी की वजह से था। परन्तु एबसिन्थे के इसके साथ ही कुछ दुखद दुष्प्रभाव भी थे जैसे अंधापन और मृत्यु जिसकी वजह से इस पर आखिर रोक लगा दी गई।
एबसिन्थे को फिर से चैक गणराज्य मे कानूनी सहयोग सन् 1990 में प्राप्त हुआ और इसके बाद यह सांस्कृति पहचान बनी जिसके विभिन्न ब्राॅण्ड उपलब्ध है। अधिकांष यूरोपीय संगठनों मे एबसिन्थे को बेचने के लिये उसमें 10 मिली ग्राम से ज्यादा थूजोन नही होना चाहियें।
प्राग्वे के मदिरालयों में इस शराब को थोडी एबसिंन्थे से भीगी हुई चीनी को चम्मच में जलाने के बाद परोसी जाती है, जिसको आप अपने ग्लास में डालकर हिलाते है तथा इसमें पानी मिलाया जाता है जो एबसिन्थे का 1 से दो हिस्सा होता है। इस प्रकार आग या पायरोटेक्नीक का प्रयोग बडा ही शानदार लगता है परन्तु इसका पुराने तरीके से तैयार की गई एबसिंन्थे से कोई संबन्ध नही है। कुछ प्रमुख ब्रांॅड हिल्स एबसिन्थे, स्टारोप्लाजेनेकी एबसिंन्थे, एबसिन्थे किंग आॅफ स्प्रििट, रेड एबसिंन्थे (जो लाल रंग की होती है), एबसिंन्थे आॅरिजनल और ला फी एबसिन्थे है। इसका परंम्परागत रूप से बनाने का तरीका फ्रांस और स्वििस तरीके पर आधारित है जिसका कोई अर्थ नही है क्योकि चैक की एबसिन्थे की वर्तनी से ई को हटाया हुआ है। आप एबसिन्थे अधिकतर स्मारिकाओं या शराब की दुकानों से खरीद सकते है जो आपके अपनों के लिये एक अच्छा तौहफा हो सकता है।