वेन्सेस्लास स्क्वायर
वेन्सेस्लास स्क्वायर मुख्य मार्ग पर 750 मीटर लम्बा और 60 मीटर चैंडा खाई का दक्षिणी हिस्से से मिलता हैं । इसको 600 वर्ष पर्व चाल्र्स चतुर्थ के शासनकाल में बाहर लाया गया था ,जब इसका प्रयोग घोड़ा बाजार के रूप में किया जाता था । तब से स्क्वायर चेक गणराज्य के हर तरह के व्यक्तियों, संस्थाओं और राजनीतिक दलों के द्वारा एक नियमित परेड मैदान कर दिया गया हैं । मार्ग पर पहले से, आराम से 4,00,000 लोगो को ठहराया जा सकता हैं ।
मुख्य मार्ग के ऊपरी भाग में घोड़े पर सवार संत वेन्सेस्लास की मूर्ति देखी जा सकती हैं । मूर्ति से कुछ मीटर की दूरी पर एक तख्ती लगाई गई हैं, उन लोगो की याद में, जो कि साम्यवादी शासनकाल के दौरान मारे गये थे । जान पलाच, एक 20 वर्षीय विद्यार्थी , जिसने सोवियत आक्रमण के विरोध मे चार महिने पहले ही खुद को जनवरी 1969 में आग लगा ली थी । जान पलाच की तीन दिन बाद ही 85 प्रतिषत जलने के कारण मौत हो गयी । 8,00,000 व्यक्तियों ने दाह संस्कार में भाग लिया । दिसम्बर 1989 में साम्यवादी शासन के पतन के बाद ,वाकलेव हावेल और अलेक्जेंडर दुबेक अपने अति-उत्साहित समर्थकों को बधाई देने के लिये 36 नम्बर की बालकनी पर उनके सामने आये । शासन द्वारा पीडि़त पलाच और अन्य पीडि़तों की पुण्य स्मृति में जोसेफ मिजबेक और सेंट वेन्सेस्लास की घुडसवारीनुमा प्रतिमा के सामने एक छोटा सा मन्दिर बनवाया गया ।
आज, वेन्सेस्लास स्क्वायन वाणिज्य हलचल का केद्र हैं । यह वास्तव में अंधेरे के बाद प्रकाषमय हो जाता हैं, जब यहाँ के रेस्तरां, सिनेमा और नाईट क्लब्स पर्यटकों की भीड़ को आकर्षित करते हैं। सभी प्रमुख ऐतिहासिक स्थल सड़क पर चलने की दरी के भीतर हैं और कदम दर कदम चलने लायक हैं । स्क्वायन के उत्तरी हिस्से के अन्त में आप रीनेसन्स राष्ट्रीय संग्रहालय को जान सकते हैं । एक अन्य महत्वपूर्ण इमारत कोरूना महल हैं – एक आच्छादित बाजार ,एक आष्चर्यजनक गिलास गुंबद डेटिग के साथ 1911 से हैं ।